व्यथित, केदारमान.

दृष्टि-सत्य : सृष्टि सुन्दर. - Kathmandu : वासु शशी स्मृति परिषद्, 2055. - 66 p.

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नेपाली कविता.
नेपाली साहित्य.

N891.4951 / BYA-d